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Updated Tue, 1 Jun 2021 12:25 IST
ग्रेटर नोएडा. यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसों को रोकने के लिए दोनों सड़कों के बीच के स्थान पर क्रैश बीम बैरियर लगाए जा रहे हैं. आईआईटी दिल्ली की सलाह पर इन सुरक्षा उपायों को लागू किया जा रहा है. इस कार्य को 18 माह में पूरा किया जाएगा. इस पर 108 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर 2012 से वाहनों का संचालन हो रहा है. शुरुआत में इसके सबसे सुरक्षित एक्सप्रेस-वे होने का दावा किया गया था. लेकिन हादसों से यह एक्सप्रेस-वे अधिक चर्चित हो गया. यही वजह है कि हादसों को रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली की सलाह पर क्रैश बीम बैरियर लगाए जा रहे हैं. कंपनी ने एक्सप्रेस-वे पर क्रैश बीम बैरियर का काम शुरू कर दिया है. जीरो प्वाइंट से लेकर 165 किमी प्वाइंट तक इसे लगाया जाएगा. यह कार्य को 18 माह में पूरा किया जाएगा.
हादसा थाना नौझील क्षेत्र के माइलस्टोन 68 के समीप हुआ था
बता दें कि यमुमा एक्सप्रेस- वे पर आए दिन भीषण सड़क हादसे होते रहते हैं. इस हादसे में कार सवार पूरा परिवार तक हादसे का शिकार हो जाता है. बीते 24 फरवरी को यमुना एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा हुआ था. देर रात डीजल से भरा एक तेज रफ्तार टैंकर अनियंत्रित हो कर डिवाइडर तोड़ता हुआ आगरा की ओर से आ रही इनोवा कार पर पलट गया था. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गयी थी. हादसे की जानकारी मिलते ही डीएम नवनीत चहल व एसएसपी गौरव ग्रोवर मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर रास्ते को सुचारू रूप से शुरू कराया था. हादसा थाना नौझील क्षेत्र के माइलस्टोन 68 के समीप हुआ था.
यमुना एक्सप्रेसवे पर देर रात उस समय बड़ा हादसा हो गया जब नोएडा की तरफ से आ रहा टैंकर (HR69-3433) अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ता हुआ आगरा से नोएडा की तरफ जाने वाले रोड पर आ गया और वहां से गुजर रही इनोवा कार संख्या HR 33D 0961 पर पलट गया. टैंकर के इनोवा पर पलटने के कारण उसमें सवार 7 लोगों की मौके पर मौत हो गयी थी. हादसा इतना भयंकर था कि इनोवा कार के परखच्चे उड़ गए थे. अब यदि दोनों सड़कों के बीच के स्थान पर क्रैश बीम बैरियर लग जाते हैं तो इस तरह के हादसे रुक सकते हैं.