- Tue, 14 May, 2024
ताज़ा खबरें
Updated Fri, 4 Jun 2021 23:41 IST
नई दिल्ली. माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मद बुहारी का एक ट्वीट डिलीट कर दिया है. इस ट्वीट में बुहारी ने अपनी सरकार और सुरक्षा एजेंसियों पर हमले को लेकर बियाफ्रा समुदाय के समर्थक समूहों को धमकी दी थी. सोशल मीडिया कंपनी ने कहा कि बुहारी का ट्वीट कंपनी के "अभद्र व्यवहार" की नीति का उल्लंघन था, और ऐसा करने के लिए बुहारी के ट्विटर अकाउंट को 12 घंटे के सस्पेंड कर दिया गया. हालांकि नाइजीरिया सरकार ने पलटवार करते हुए देश में ट्विटर के संचालन को सस्पेंड कर दिया है. सूचना मंत्री लाइ मोहम्मद ने कहा कि नाइजीरिया सरकार ने अनिश्चित काल के लिए ट्विटर के ऑपरेशन को सस्पेंड कर दिया है.
बुहारी ने अपने ट्वीट में ईस्टर्न सिक्योरिटी नेटवर्क पर श्रृंखलाबद्ध हमलों की चेतावनी दी थी. ईस्टर्न सिक्योरिटी नेटवर्क एक सशस्त्र समूह है, जो बियाफ्रा समर्थक मुख्य आंदोलन से जन्मा है. ये आंदोलन नाइजीरिया के मूल निवासियों बियाफ्रा (आईपोब) का है.
हाल के महीनों में ईएसएन पर दक्षिण पूर्व नाइजीरिया में पुलिस स्टेशन, सरकारी बिल्डिंगों और चुनावी दफ्तरों पर हमले के साथ सिविल सर्विस और सरकारी अधिकारियों की हत्या का आरोप लगा है.
बुहारी ने अपने ट्वीट में 1967 के बियाफ्रा युद्ध के दौरान अपनी भूमिका का संदर्भ दिया, जब वे ब्रिगेड मेजर थे. 1967 का बियाफ्रा युद्ध नाइजीरिया के इतिहास का काला अध्याय है, इस युद्ध में नाइजीरिया की सेना पर युद्ध अपराध और मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा था. युद्ध के चलते पैदा हुई भूखमरी और कुपोषण से लाखों लोगों की मौत हो गई थी. वजह सरकार समर्थित आर्मी की नाकेबंदी थी.
बुहारी ने अपने ट्वीट में लिखा, "जो लोग आज दुर्व्यवहार कर रहे हैं, वो अभी बच्चे हैं. उन्हें बियाफ्रा युद्ध के हुए विध्वंस और मौतों के बारे में पता नहीं है. हम उनमें से हैं, तीस महीने मैदान में डटे थे और युद्ध का सामना किया. इन लोगों को उन्हीं की जुबान में समझाया जाएगा."
बुहारी के इस ट्वीट को हिंसा फैलाने के लिए कई यूजर्स ने रिपोर्ट किया. यूजर्स का कहना था कि यह ट्वीट एथनिक इग्बो क्षेत्र के प्रति हिंसा को बढ़ावा देता है.
नाइजीरिया के सूचना मंत्री लाइ मोहम्मद ने ट्विटर की कार्रवाई को खारिज कर दिया और कहा कि ट्विटर के अपने नियम हो सकते हैं, लेकिन सार्वभौमिक नहीं हैं. उन्होंने कहा, "अगर दुनिया का कोई भी राष्ट्रपति किसी स्थिति को लेकर व्यथित हैं, तो अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है."
बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति और पूर्व मिलिट्री जनरल मुहम्मद बुहारी ने 2015 के चुनावों में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिसके बाद दक्षिणी पूर्वी नाइजीरिया में हिंसा भड़क उठी. बियाफ्रा युद्ध के बाद नाइजीरिया एक बार फिर हिंसा की लपटों में घिरा हुआ है. नाइजीरिया पुलिस ने विरोध प्रदर्शन और सामूहिक बायकॉट से निपटने के लिए हिंसक और बर्बर तरीका अपनाया है.