बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग, राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा, राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा, राष्ट्रीय सहमीडिया प्रभारी संजय मयूख, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री रोहित चहल, कैबिनेट मंत्री व प्रभारी मंत्री डॉ. आशुतोष टंडन ने पिछले कई दिनों से डेरा डाल रखा है. संघ और भाजपा के बड़े नेता व्यवस्था में लगे हैं.
गंगा तट से मंदिर के गर्भगृह तक बने काशी विश्वनाथ धाम का यह नया स्वरूप 241 साल दुनिया के सामने आ रहा है. इतिहासकारों के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर वर्ष 1194 से लेकर 1669 तक कई बार हमले हुए. 1777 से 1780 के बीच मराठा साम्राज्य की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था. करीब 250 साल बाद पीएम मोदी ने आठ मार्च 2019 को मंदिर के इस भव्य दरबार का शिलान्यास किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा-व्यवस्था की कमान एसपीजी ने संभाल ली है. शुक्रवार को विश्वनाथ धाम में एएसएल की बैठक में एसपीजी और पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा. सुबह से लेकर शाम तक एसपीजी अधिकारियों ने कई चक्र में कॉरिडोर का निरीक्षण कर सुरक्षा-व्यवस्था की तैयारियों को धार दी. इस दौरान वीवीआईपी व वीआईपी रूट, गंगा घाट के रास्ते, कार्यक्रम स्थल, रूफ टॉप ड्यूटी स्थल सहित सुरक्षा प्वाइंट से जुड़े सभी बिंदुओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया. एएसएल की बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर एसपीजी अधिकारियों ने कमिश्नरेट पुलिस को निर्देशित किया.
लोकार्पण समारोह से ठीक पहले रविवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम की नई तस्वीरें अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की हैं. धाम की चार अलग अलग फोटो साझा करते हुए काशी में इस विशेष आयोजन की सूचना भी दी है. उन्होंने लोगों को इससे जुड़ने की भी अपील की है
प्रधानमंत्री के आगमन को सड़क-चौराहे, बनारस की गलियों से लकर शहर को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है. सरकारी भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सजावट की गई है. कैंट रेलवे स्टेशन, मंडुवाडीह, रोडवेज बस स्टैंड, बीएलडब्ल्यू को सजाया गया है. इसके अलावा लोगों ने स्वयं से अपने घरों पर सजावट की है. इसके अलावा ओवर ब्रिजों को भी चमकाया गया है. इन पर नए तरीके से रंगरोगन किया गया है, घाटों पर रंगोली बनाई गई है.