• Wed, 15 May, 2024
रायबरेली: सोनिया गांधी के सांसद निधि का स्वास्थ्य विभाग नहीं किया खर्च, 97 लाख रुपए वापस

ताज़ा खबरें

Updated Tue, 1 Jun 2021 12:18 IST

रायबरेली: सोनिया गांधी के सांसद निधि का स्वास्थ्य विभाग नहीं किया खर्च, 97 लाख रुपए वापस

रायबरेली. कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के लिए अपनी निधि से 1.17 करोड़ रुपए दिए थे. स्वास्थ्य विभाग के ढुलमुल रवैये के चलते केवल 20 लाख रुपए ही खर्च हुए हैं, ऐसे में शेष बचे 97 लाख रुपए वापस ले लिए गए हैं. स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सांसद और विधायक निधि से भरपूर बजट दिया गया था. लेकिन उसे सही से खर्च नहीं किया जा रहा है. इसी क्रम में सोनिया गांधी ने सबसे पहले 23 अप्रैल को अपनी निधि से एक 17 लाख 777 हजार रुपए दिए थे. सोनिया ने डीएम रायबरेली वैभव श्रीवास्तव को एक पत्र लिखकर अपनी सांसद निधि में उपलब्ध पूरी धनराशि कोरोना सुरक्षा में खर्च करने की संस्तुति दी थी.

सोनिया गांधी ने कहा था कि हमें अपने जिले की जनता की काफी फिक्र है. इसके अतिरिक्त रविवार 16 मई को कोरोना से लोगों को बचाने के लिए सांसद सोनिया गांधी ने पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे थे. सोनिया गांधी ने कोरोना महामारी के दौरान आ रही ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए पूर्व में लगभग 70 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराई थी. पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जिला कांग्रेस कमेटी को उपलब्ध कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग के उदासीनता के चलते सांसद निधि से भेजे गए 97 लाख अब वापस लेकर उससे जिला अस्पताल में 150 बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने की तैयारी की जा रही है.

इसमें करीब 44 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. शेष बजट से ऑक्सीजन प्लांट लगाने की बात कही जा रही है. सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह का कहना है कि सांसद निधि से मेडिकल संबंधी सामग्री की खरीदी हुई है. ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी जानकारी नहीं है. इस वजह से शेष धनराशि लौटा दिया गया. जबकि सीडीओ अभिषेक गाेयल ने बताया कि कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाया जा रहा है.

 

अस्पताल में बिछाया जाएगा ऑक्सीजन पाइप लाइन

सांसद निधि से जिला अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाया जाएगा. इसके लिए कार्यदायी संस्था का चयन कर लिया गया है. इस संबंध में परियोजना निदेशक प्रेमचंद्र पटेल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को 1.17 करोड़ रुपये सांसद निधि का भेजा गया था. उपयोग नहीं कर पाने पर 97 लाख रुपये वापस ले लिए गए हैं.

 

Latest news