• Thu, 16 May, 2024
ओमिक्रॉन वेरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की चिंता, WHO ने बताया- कितने दिनों में दोगुने हो रहे केस

ताज़ा खबरें

Updated Sat, 18 Dec 2021 17:30 IST

ओमिक्रॉन वेरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की चिंता, WHO ने बताया- कितने दिनों में दोगुने हो रहे केस

कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने पूरी दुनिया में चिंता पैदा कर दी है. कई देशों में नए वेरिएंट की वजह से संक्रमण की लहर दस्तक दे चुकी है या फिर उसके मुहाने पर खड़ी है. इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को कहा कि ओमिक्रॉन के मामले डेढ़ से तीन दिन में दोगुने हो रहे हैं, खासतौर पर स्थानीय प्रसार वाले क्षेत्रों में.

इसके साथ ही दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सात देशों में कोविड-19 के नए ओमिक्रॉन स्वरूप की पुष्टि होने पर डब्ल्यूएचओ ने इसे फैलने से रोकने के लिए जन स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सामाजिक उपाय तत्काल बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि देश ठोस स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपायों से ओमिक्रॉन को फैलने से रोक सकते हैं. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा ध्यान सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों की सुरक्षा पर केंद्रित रहना चाहिए.’’

तीन अहम सवालों पर आधारित है ओमिक्रॉन से पैदा होने वाला खतरा
ओमिक्रॉन से पैदा होने वाला खतरा तीन अहम सवालों पर आधारित है – उसका प्रसार, टीके इसके खिलाफ कितनी अच्छी सुरक्षा प्रदान करते हैं और अन्य स्वरूपों की तुलना में ओमीक्रोन स्वरूप कितना संक्रामक है. सिंह ने कहा, “अभी तक हम यह जानते हैं कि डेल्टा स्वरूप के मुकाबले ओमिक्रॉन अधिक तेजी से फैलता दिखाई देता है. डेल्टा स्वरूप के कारण पिछले कई महीनों में दुनियाभर में संक्रमण के मामले बढ़े हैं.”

पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में हुई नए वेरिएंट की पहचान
वैज्ञानिकों का कहना है कि ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट कई बार उत्परिवर्तन का नतीजा है. कोविड के अधिक संक्रामक स्वरूप बी.1.1.1.529 के बारे में पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका की ओर से विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित किया गया था. इसके बाद बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग, इजरायल, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, जापान, जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों में भी इसकी पहचान की गई है.

WHO ने ‘ओमिक्रॉन’ को बताया ‘चिंताजनक स्वरूप’
ओमिक्रॉन को कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूपों में सबसे खतरनाक माना जा रहा है. डब्ल्यूएचओ ने 26 नवंबर को इसे ‘चिंताजनक’ स्वरूप बताते हुए ओमिक्रॉन नाम दिया. ‘चिंताजनक स्वरूप’ डब्ल्यूएचओ की कोरोना वायरस के ज्यादा खतरनाक स्वरूपों की शीर्ष श्रेणी है. कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट को भी इसी श्रेणी में रखा गया था.

 

Latest news