- Sat, 18 May, 2024
राज्य
Updated Tue, 23 Mar 2021 9:23 IST
राज्यसभा में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के चलते 16 मार्च तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को 814 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकारों से जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया है।
संसद के उच्च सदन में गडकरी ने एक लिखित जवाब में कहा कि ज्यादातर नुकसान पंजाब और हरियाणा में टोल प्लाजा पर हुआ है। उन्होंने बताया कि पंजाब में सबसे ज्यादा 487 करोड़, हरियाणा में 326 करोड़ और राजस्थान में 1.40 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। अन्य किसी राज्य में किसानों के प्रदर्शन के चलते नुकसान की खबर नहीं है।
गडकरी ने कहा, पंजाब में टोल प्लाजा के सुचारू संचालन के लिए पंजाब सरकार से तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई ने मुख्य सचिव ने राजस्थान से अनुरोध किया है कि वे संबंधित अधिकारियों को उपयोगकर्ता शुल्क वसूली के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें।
सड़क एवं परिवहन मंत्री गडकरी ने सदन को बताया कि एनएचएआइ ने राजमार्गो पर पड़ने वाले टोल प्लाजा पर 550 एंबुलेंस की व्यवस्था की है, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके। उन्होंने बताया कि मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 में दुर्घटना में घायल लोगों के कैशलेस इलाज के लिए एक योजना प्रदान की गई है।
एक अन्य सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम परियोजना के तहत सड़कों को चौड़ा करने और राज्य में आने वाली बाढ़ के मामलों के बीच कोई संबंध नहीं है। 900 किलोमीटर लंबे चार धाम राजमार्ग का निर्माण यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के बीच हर मौसम में सड़क यातायात का सुविधा मुहैया कराने के लिए किया जा रहा है।