- Thu, 25 Apr, 2024
ताज़ा खबरें
Updated Wed, 5 Jan 2022 15:12 IST
मकर संक्रांति का पर्व आने वाला है. इस साल 2022 मकर संक्रांति की तारीख को लेकर स्पष्टता नहीं हो रही है. कुछ लोग 14 जनवरी को, तो कुछ लोग 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व बता रहे हैं. मकर संक्रांति का अर्थ सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने की घटना से है, लेकिन मकर संक्रांति के स्नान एवं दान का संबंध तिथि से हो जाता है. आप भी इस साल मकर संक्रांति की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं, तो परेशान न हों. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि इस वर्ष मकर संक्रांति कब है और मकर संक्रांति का स्नान और दान किस तारीख को किया जाएगा.
पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी, शुक्रवार 14 जनवरी-2022 की रात 08 बजकर 49 मिनट पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा, अतः मकर-संक्रांति (खिचड़ी) का पुण्य काल दूसरे दिन 15 जनवरी दिन शनिवार को दिन में 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. ऐसे में स्नान-ध्यान, दान-पुण्य 15 जनवरी दिन शनिवार को सर्वमान्य होगा.
चूंकि 14जनवरी की रात्रि में संक्रांति लग रही है, अतः इसका पुण्य काल दूसरे दिन 15 जनवरी को ही खिचड़ी का पर्व मनाया जाएगा. मकर संक्रांति को कई स्थानों पर खिचड़ी भी कहा जाता है.
मकर संक्रांति के दिन शनि प्रदोष व्रत भी है. संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं, अर्थात् देवताओं का दिन और दैत्यों की रात्रि प्रारम्भ होती है, जिसके कारण विवाह आदि का शुभ कार्य प्रारम्भ हो जाता है.
मकर संक्रांति दान
मकर संक्रांति पर तिल-लड्डू, चावल,उड़द की छिलकेदार दाल तथा मौसम वाली सब्ज़ी, फल एवं सामर्थ्य के अनुसार वस्त्र, पात्र आदि का दान करने से अलौकिक फल की प्राप्ति होती है. ऐसा पुराणों में वर्णन प्राप्त होता है.