राज्य
Updated Thu, 25 Mar 2021 5:40 IST
केरल नन केस: मानव तस्करी के आरोप में ननों को रेल से उतारा, बाद में झूठी पाई गई शिकायत
दिल्ली से राउरकला जा रही एक ट्रेन से कुछ लोगों की शिकायत के शक पर दो ननों और किशोरियों को ट्रेन से उतार लिया गया। मानव तस्करी के शक में उतारी गई ननों को रेलवे पुलिस के सामने पेश किया गया। दोनो नन केरल की रहने वाली थीं। लोगों की शिकायत पर ननों को झांसी स्टेशन पर उतारा गया और लगभग एक घंटे पूछताछ करने के बाद दूसरी ट्रेन से रवाना कर दिया गया। पूछताछ में शिकायत को झूठा पाया गया और उन्हें छोड़ दिया गया।
रेवले के एक प्रवक्ता ने कहा, "19 मार्च को, हमें एक ही कोच में दो युवा लड़कियों के साथ यात्रा कर रहीं दो नन के खिलाफ शिकायत मिली। उत्कल एक्सप्रेस के एक यात्री ने हमारी हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत की। बाद में, एक लिखित शिकायत भी मिली थी। जांच के बाद, हमने पाया कि मानव तस्करी या किसी तरह का कोई मामला नहीं था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया और उन्हें वापस भेज दिया गया।"
घटनाओं के बारे में बताते हए एक अधिकारी ने कहा कि 19 मार्च को लगभग 7:45 बजे एक सूचना मिली थी कि उत्कल एक्सप्रेस द्वारा मानव तस्करी के एक संदिग्ध मामले में दो नन दो लड़कियों को ले जा रही हैं। इस सूचना के मिलने पर जीआरपी और आरपीएफ झांसी ने संयुक्त रूप से शाम 7:52 बजे ट्रेन में एंट्री की थी।
ट्रेन में, दो लड़कियों को दो महिला यात्रियों के साथ यात्रा करते पाया गया और इस मामले में पूछताछ करने के लिए, चारों को ट्रेन से उतार दिया गया और आगे के सत्यापन के लिए राजकीय रेलवे पुलिस स्टेशन झाँसी लाया गया क्योंकि ठहराव का समय कम था।
अधिकारी ने कहा कि मामले को जीआरपी द्वारा सत्यापित किया गया और पाया गया कि शिकायत में लगे आरोप झूठे थे और उन्हें छोड़ दिया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया जिन्होंने उत्तर प्रदेश में झांसी में अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान केरल की ननों को कथित रूप से परेशान किया था।
शाह ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मैं केरल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस घटना के पीछे के दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी।"