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Updated Tue, 4 Jan 2022 20:52 IST
अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहे हैं और नीलामी से फ्लैट, प्लॉट, मकान, दुकान या जमीन खरीदने की इच्छा रखते हैं तो यह समय आपके लिए बेहद ही अनुकूल है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को पिछले साल नीलामी में आय आधी हुई है. ऐसे में सिर्फ तीन महीने का ही वक्त इस वित्तीय वर्ष के पूरे होने में बचे हैं. जीडीए के सामने दिक्कत यह है कि जनवरी के आखिर या फरवरी के पहले सप्ताह में किसी भी समय यूपी विधानसभा को लेकर आचार संहिता लग सकती है. आचार संहिता लगते ही नीलामी प्रक्रिया बंद हो जाएगी. इसलिए, जीडीए राजस्व जुटाने के लिए बहुत जल्द ही नीलामी को लेकर बड़ी-बड़ी धोषणाएं कर सकती है और वह भी बेहद सस्ते दामों में.
जीडीए सूत्रों की मानें तो अगले दो सप्ताह में नीलामी से संबंधित कई घोषणाएं की जा सकती हैं. राजस्व जुटाने के लिए औऱ लोगों को ज्यादा से ज्यादा नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए रेट कम रखा जाएगा. इसलिए आचार संहिता लगने से पहले अधिक से अधिक नीलामी करके आय को बढ़ाया जाएगा.
जीडीए का क्या है प्लान?
जीडीए का कहना है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद भी अधिक से अधिक भूखंड और भवन बेचने का प्रयास किया जाएगा. इससे जीडीए की आय काफी बढ़ेगी. इसके साथ ही जीडीए ने अब नए-नए प्लान पर कार्य शुरू कर दिया है. इसके तहत अब भवन स्वामी को निर्माण साइट पर ही जीडीए से पास नक्शा भी चस्पां करना होगा. ऐसा नहीं किए जाने पर जीडीए एक्शन लेगा.
ऐसे करती है जीडीए नीलामी
गौरतलब है कि जीडीए हर शुक्रवार को अपनी आवासीय और गैर आवासीय संपत्तियों की नीलामी से बेचती है. जीडीए सभागार में नीलामी की प्रक्रिया पूरी होती है. इस दौरान गाजियाबाद में जीडीए के डुप्लेक्स भवन, मधुबन बापूधाम योजना में व्यवसायिक भूखंड, औद्योगिक भूखंड, इंद्रप्रस्थ कोयल एनक्लेव और इंदिरापुरम योजना के व्यवसायिक भूखंडों की नीलामी की जाती है.
पिछले साल भी गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जिले में 2000 से अधिक घर और भूखंडों की नीलामी करने का ऐलान किया था. गाजियाबाद विकास प्राधिकरएण ने विभिन्न योजनाओं में अभी भी तकरीबन 200द के आसपास भवनों और तकरीबन 200 भूखंडों की बिक्री की योजना तैयार की है. इस साल भी नीलामी प्रक्रिया का शेड्यूल जल्द जीडीए की वेबसाइट के साथ ट्विटर हैंडल पर डाल दिया जाएगा.