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Updated Tue, 1 Jun 2021 0:46 IST
नई दिल्ली. बाबा रामदेव और एलोपैथी डॉक्टरों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में 1 जून को तमाम डॉक्टर काला दिवस मनाएंगे. डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों की देखभाल इससे प्रभावित नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह से ही तमाम डॉक्टर अपने अस्पतालों में काले बैज, काले रिबन लगाकर काम करेंगे. डॉक्टरों का कहना है कि ये महामारी का समय है. ऐसे में वे काम नहीं छोड़ेंगे, पर काम कर रहते हुए भी प्रदर्शन करेंगे. फोर्डा प्रेसीडेंट (FORDA President) डॉक्टर मनीष का कहना है, "मैं ही साफ़ कर देना चाहता हूं कि ये प्रदर्शन आयुर्वेद के खिलाफ नहीं बल्कि बाबा रामदेव के खिलाफ है जिन्होंने हमारी मेडिकल बिरादरी का भद्दा मजाक बनाया है. उम्मीद की जा रही है कि 10 हज़ार डॉक्टर हमारे इस प्रदर्शन में साथ देंगे."
रेजिडेंट डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा
यह विवाद IMA से शुरू हुआ था पर अब देश भर के रेजिडेंट डॉक्टर ने इस पर मोर्चा संभाल लिया है. रेजिडेंट डॉक्टरों के सबसे बड़े संगठन फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन इंडिया (FORDA) के अध्यक्ष डॉक्टर मनीष ने बताया कि संस्था से जुड़े देश भर के सभी रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) बाबा रामदेव के खिलाफ देशभर में 1 जून को काला दिवस मनाते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे.
IMA की जूनियर विंग प्रोटेस्ट में होगी शामिलइसके साथ ही अलग अलग राज्यों के अस्पतालों के RDA यानी रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस प्रदर्शन का समर्थन करते हुए रामदेव पर तुरंत एक्शन की मांग की है. साथ ही फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने भी काला बिल्ला प्रोटेस्ट को सहयोग देने की बात की है. इसके साथ ही IMA ने भी डॉक्टरों के इस प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया और बताया की IMA की जूनियर विंग इसमें सम्मिलित होगी.