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Updated Wed, 26 May 2021 14:12 IST
लखनऊ. संगम नगरी प्रयागराज में गंगा किनारे शवों को दफ़नाने को लेकर विपक्षियों के हमले को झेल रही योगी सरकार ने एक मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए ट्वीट किया है कि यह कोरोना महामारी की वजह से नहीं बल्कि पुरानी परंपरा है. दरअसल, एक ट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ ऑफिस ने लिखा है कि तीन साल पहले न कोरोना जैसी आपदा थी और न लकड़ियों की कमी, फिर भी तस्वीरें ऐसी ही थीं. यानी गंगा किनारे शवों को दफ़न करने की परंपरा काफी अरसे से चली आ रही है.
डीएम ने भी कहा पुरानी है शव दफनाने की परंपरा
प्रयागराज के डीएम भानुचंद्र गोस्वामी कहा है कि संगम नगरी के शृंगवेश्वर फाफामऊ घाट पर शवों को दफ़नाने की परंपरा वर्षों पुरानी है. जिलाधिकारी ने कहा कि हमें न तो परंपरा को ठेस पहुंचानी है और न ही पर्यावरण को प्रदूषित करना है. हमें बीच का रास्ता निकालना है. इसलिए हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे शवों का दाह संस्कार करें. गरीब परिवार के लिए आर्थिक मदद भी दी जा रही है.
शव दफ़नाने को लेकर हमलावर है विपक्ष







