• Fri, 03 May, 2024
मौसम में बदलाव और बढ़ता तापमान फसलों के लिए लाभदायक

ताज़ा खबरें

Updated Wed, 16 Feb 2022 22:47 IST

मौसम में बदलाव और बढ़ता तापमान फसलों के लिए लाभदायक

एक माह में पांच बार से अधिक हुई बेमौसम बारिश से पकने लायक हो चुकी फसलों को भारी नुकसान हो रहा था। अब बीते कुछ दिनों से मौसम साफ हो रहा है। इससे फसलों को फायदा हो रहा है। यह मानना कृषि विज्ञान केंद्र बरेली के वरिष्ठ वैज्ञानिक बागवानी रंजीत सिंह का है।

कई स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश होने से फसलों को नुकसान हुआ है लेकिन 12 फरवरी के बाद दिन में धूप खिलना प्रारंभ हो गया। इससे दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिन में धूप निकलने के कारण पौधे अपना जीवन चक्र फिर से सुचारू रूप से शुरू कर देंगे। ये सभी खाद्यान्न, बागवानी, सब्जी व औषधि फसलों के लिए लाभदायक है। इस क्षेत्र में सर्वाधिक क्षेत्रफल गन्ना, गेहूं, हरी मिर्च, मेंथा व आलू का है।

गेहूं की फसल के लिए ठंड के बाद अब धूप निकलना बहुत ही लाभदायक है। गेहूं की फसल अधिकांश क्षेत्रों में फ्लैग लीफ अवस्था पर आ रही है। यह अवस्था गर्भावस्था से पहले की अवस्था है। खेतों में पर्याप्त नमी है यदि यूरिया की दूसरी टाप ड्रेसिग नहीं की है तो कर सकते हैं। तेज धूप में पौधों की बढ़वार अच्छी होगी व पौधे बहुत जल्दी बाली की अवस्था में आ जाएंगे। पानी लगाने की अभी आवश्यकता नहीं है।

सरसों की फसल में जितना नुकसान होना था हो चुका है। अब तेज धूप में पौधे पुन: अपने को पुनर्जीवित करेंगे। फसल 15 दिन के बाद परिपक्व होना प्रारंभ हो जाएगी सरसों व लाही की फसल में यदि अल्टरनरिया धब्बा या फाइटोप्थोरा जनित रोग गये हैं तो उसके लिए क्लोरोथैलूनील दो ग्राम एक लीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिड़काव किया जा सकता है। खेत में खरपतवार यदि ज्यादा है तो हाथ से उखेड़ कर निकाल दें। कटाई से 15 दिन पूर्व सिचाई रोक दें। इनसेट

कीटों का फसलों पर बढ़ेगा आक्रमण

मौसम में गर्मी बढ़ते ही रस चूसने वाले कीट जैसे मांहू, थ्रिप्स, जैसिड, भुनगा आदि का आक्रमण भी बढ़ जाता है, इसलिए फसल की निगरानी लगातार करते रहे और रोगों व कीटों के आक्रमण के तुरंत बाद उपयुक्त दवा का प्रयोग करें। इससे फसल स्वस्थ बनी रहेगी। ये भी रखें ध्यान

इस महीने गर्मियों की सब्जियां जैसे भिडी, लोबिया, ग्वार, लौकी, तोरई, करेला, टिडा आदि के बीजों की दवाई करें। प्याज की पौध तैयार है तो तुरंत रोपाई करें और रोपाई करने के दूसरे दिन पानी लगाएं। पिछले माह लगातार बारिश होने से तरबूज खरबूज के बीजों की यदि बोबाई न की हो तो अब कर सकते हैं। बोबाई से पूर्व बीजों का शोधन पहले फफूंदी नाशक से व उसके बाद कीटनाशी से अवश्य कर लें। ऐसा करने से सब्जी व पालेज वाली फसलों में शुरुआत के 35 से 40 दिन तक फसल कीट और रोग मुक्त रहती है।

 

Latest news