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चुनाव निपटने के बाद फिर मौसम ने ली करवट, बारिश व बर्फबारी शुरू

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Updated Tue, 15 Feb 2022 22:55 IST

चुनाव निपटने के बाद फिर मौसम ने ली करवट, बारिश व बर्फबारी शुरू

जिले में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है। सुबह घाटी वाले क्षेत्रों में कोहरा रहा। उसके बाद आसमान में हल्के बादल उमड़ आए। अपराह्न बाद गरुड़, कपकोट और बागेश्वर में बारिश हुई। पिंडर घाटी में हिमपात हुई है। जिसके कारण ठंड फिर लौट आई है।

विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मौसम भी एकाएक बदल गया है। मंगलवार को जिले में अपराह्न बारिश शुरू हो गई है। इसके अलावा तेज हवाएं भी चलीं। जिसके कारण शहर और कस्बाइ क्षेत्रों में सन्नाटा पसर गया। वहीं, पिंडर घाटी में हिमपात की संभावना बनी हुई है। हिमपात वाले गांवों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। किसानों के अनुसार यदि तेज बारिश हुई तो फसलों को नुकसान होगा। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद गेहूं की फसल अच्छी होने की उम्मीद थी।

कत्यूर घाटी में आंधी तूफान चलने से लोग घरों में दुबके

जहां सोमवार को मतदान के दिन मौसम मेहरबान रहा, वहीं मंगलवार को कत्यूर घाटी का मौसम अचानक बदल गया। आंधी तूफान चलने से मौसम एकदम ठंडा हो गया। लोग घरों में दुबक गए। 

कत्यूर घाटी में मंगलवार को मौसम पल-पल रंग बदलता रहा। सुबह बादल छाए थे। समय बढ़ने के साथ बादल छंटे और गुनगुनी धूप निकल आई। लोगों ने कुछ समय धूप का आनंद  लिया। दिन में फिर बादलों से आसमान भर गया। फिर धूप निकल आई। सायंकाल फिर आसमान बादलों से पूरा पट गया। देखते ही देखते तेज आंधी तूफान आ गया। लोगों में अफरा तफरी मच गई।

ऊंचाई वाले गांवों में हल्की बारिश भी शुरू हो गई। जिससे मौसम में ठंड बढ़ गई। लोग घरों में दुबक गए। गांवों में सायंकाल ही अंधेरा छाने लगा। महिलाएं खेतों से घास लाकर जल्दी ही घरों को लौट गई। बुजुर्गों के अनुसार फाल्गुन में चल वसंत का मौसम रहता है। कभी धूप तो कभी बादल और कभी बारिश। इस साल समय-समय पर बारिश होने से अभी भी मौसम के मिजाज का पता नहीं चल पा रहा है। काश्तकारों के अनुसार अब गेहूं की फसल के लिए गर्मी की जरूरत है। ज्यादा बारिश से गेहूं की फसल खराब होने की आशंका है।

 

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